What Does shiv chalisa lyricsl Mean?
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सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
माथे पे चन्द्र सोहे अंगो पे विभूति लगाये
दोस्तों आज के लेख में हमने श्री शिव जी के लोकप्रिय भजनों का लिरिक्स तथा विडियो का आनंद लिया। आप अपनी राय या सुझाव हमें कामेंट बाक्स में बता सकते हैं।
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
अर्थ- हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
अंगो पे विभूति रमाये देखो वो shiv chalisa lyricsl है अवघडदानी
त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोइ नर गावे ।
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥